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What to eat in which disease? what not to eat
Diabetes: what to eat and drink
Cereals: Wheat, barley, gram, missi roti, bran flour roti, sprouted and digestible food.
Vegetable: Salad Citrus Fruit Lemon Fenugreek Bitter Gourd Spinach Luffy Gourd Tinda Parwal Radish Sanjana pod Radish greens Use more tomatoes.
Fruit : Jamun Amla Orange Cucumber Mousambi
Dryfruits: Raw coconut, peanuts, walnuts, cashews etc.
Spices : Ginger Short Turmeric Garlic Coriander Cinnamon Parsley etc.
Other: Eat soybean curd, fenugreek seeds, always keep the stomach clean, do not let constipation occur.
what not to eat what not to drink what not to do
Rice, meat, milk powder, water chestnut, ghee, oil, butter, sugar, jaggery, honey, glucose, sweets, jam, jelly, toffee, chocolate ice cream, mango banana, soft tea, coffee, rabri, oil, potato chips, guaia, beet , urad dal, puri, parathas, samosas, kachori, alcohol, ice-cold water, diet made of maida, chili spices, rich food etc. Children should also keep away the disturbance.
योग- सावधानियां/ नियम
1 किसी योग्य प्रशिक्षक की देखरेख में योगासन एवं योग क्रियाओं का अभ्यास करना चाहिए।
2 किसी भी योगासन को करें परंतु मूल अवस्था में लौटते समय क्रिया का क्रम विपरीत ही होना चाहिए जैसा अंतिम अवस्था में पहुंचने के पहले था।
3 योगाभ्यास क्रमशः और क्रियात्मक रूप से करें तो ज्यादा लाभान्वित होंगे ।
4 योगासन एवं समस्त क्रिया करते समय संपूर्ण ध्यान अभ्यास पर ही केंद्रित रखें ।
5 योग क्रिया नहीं किसी की देखा देखी करें और ना ही किसी को दिखाने का प्रयास करें ।
6 योगाभ्यास स्व-अर्थ की क्रिया है जैसा करेंगे वैसा लाभ मिलेगा ।
7 योगाभ्यास की जो समय सीमा और गति तय है उसी अनुपात में करें अन्यथा हानि की भी संभावना है ।
8 किसी भी आसन को एकदम से नहीं करना चाहिए पहले हल्के व्यायाम स्वच्छ आसन स्थूल आसन या पवनमुक्तासन से संबंधित आसनों को करें ताकि शरीर का आंकड़ापन समाप्त हो और शरीर नरम बने एवं मांसपेशियों में लचीलापन आए फिर प्रारंभिक मध्यम उत्सव अभ्यास प्रणाम करें ।
8 किसी भी आसन को जबरदस्ती ने करें क्रमश अभ्यास से आसन स्वतः सरल हो जाता है ।
9 योग की किसी भी क्रिया के अंत में शवासन करने का ध्यान अवश्य रखें शवासन करने से अभ्यास क्रिया में आया हुआ किसी भी प्रकार का तनाव दूर होकर प्रसंता का एहसास होता है ।